‘गुरु’ शंकाएं हटाता है।
‘गुरु’ दुविधाएं मिटाता है।
‘स्वयं’ से जोड़कर,
संसार में जीना सिखाता है।
सुख – दुख के बंधन से मुक्त कर,
भवसागर से पार कराता है।
‘गुरु’ शंकाएं हटाता है।
‘गुरु’ दुविधाएं मिटाता है।
‘स्वयं’ से जोड़कर,
संसार में जीना सिखाता है।
सुख – दुख के बंधन से मुक्त कर,
भवसागर से पार कराता है।